डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती 14 अप्रैल को मुम्बई व महाराष्ट्र समेत पूरे देश मे बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है, इस दिन को समानता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि जीवन भर संघर्ष करने वाले डॉ बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर को समानता व ज्ञान का प्रतीक कहा जाता है,14 अप्रैल के दिन उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है, डॉ बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर की पहली जयंती सदाशिव रनपीसे उन्होंने 14 अप्रैल 1928 को पुणे शहर में मनाई थी,रनपीसे बाबासाहेब के अनुयायी थे उन्होंने अम्बेडकर जयंती प्रथा शुरू की थी, साथ ही महामानव डॉ बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के जन्मदिन पर चैत्यभूमि दादर में लाखों के तादात में भीम सैनिक इकट्ठा होकर अभिवादन करते है
इसी कड़ी में महात्मा ज्योतिबा फुले नगर कुरार विलेज मलाड पूर्व सिद्धार्थ विकास मित्र मंडल द्वारा अम्बेडकर जयंती बहुत ही जोरदार तरीके से सम्पन्न हुआ इस अवसर पर अस्थानिक आमदार व पूर्व मुम्बई मेयर सुनील प्रभु,मंडल अध्यक्ष धनेश नारायण कामले, राजू भाई पलके, और उत्तर पछिम जिला अध्यक्ष त्रिभुवन विश्वकर्मा व तमाम कार्यकर्ता पदाधिकारी मौजूद रहे आपको बता दे कि आमदार सुनिल प्रभु ने बाबासाहेब के प्रतिमा को फूल अर्पित किआ और बच्चों को बुक वितरण कार्यक्रम किया,साथ ही सुनिल प्रभु ने बात चीत में कहा कि बाबासाहेब की 128 वीं जयंती पूरे दिंडोसी विधानसभा में क्रान्ति नगर, भिम नगर, ज्योतिबा फूले नगर में हमारे सारे भीम सैनिक बड़े हुरसोउल्लास से मना रहे है और क्या कुछ कहा चलिये सुनते है